रेडियोनामा पर युनुस, सागर और इरफ़ान चित्र पहेली खेल रहे हैं.. देखो और बूझो.. रेडियोनामा पर..? पता नहीं किस दमित इच्छा को पूरा कर रहे हैं जो रेडियो पर पूरी नहीं हो सकी.. :) उन से प्रेरित हो कर मैं भी आप को एक चित्र दिखा रहा हूँ.. बूझने को कुछ भी नहीं है, बस देखिये.. और मुस्कराइये.. अपना हाल तो आप देख ही रहे हैं..
10 टिप्पणियां:
देख के पस्त हो गये भाई, तस्वीर देखकर कहना मुश्किल है कि महाशय आराम फ़रमा रहे हैं कि पस्त हैं ॥
हम भी । कभी कभी ।
शुक्रिया मुस्कुराहट लाने के लिए!!
बढिया..............
भड़िया !!
तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो..
स्टूडियो फ़ोटोमार्ट में तो आपने तीन तस्वीरें खिंचवाई थीं. तीसरी भी लाइये.
कह रहे हो तो बोल देते हैं - चीज़!
मस्त है।
इरफान जी ने क्या जानकारी दे रहे हैं अभय। कहां है तीसरी फोटू.......
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