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शुक्रवार, 6 फ़रवरी 2009

एक इन्काई कथा

मैंने अखबार में एक अजीब बात पढ़ी। मेक्सिको में कुछ वैज्ञानिकों ने एक इन्काई शहर# जाने के लिए कुछ मज़दूरों को साथ लिया। रास्ते में एक जगह मज़दूर अचानक रुक गए और आगे जाने से इन्कार कर दिया। इस अड़ियल व्यवहार से वैज्ञानिक बौखला गए.. और उनके बहुत हो हल्ला करने पर भी मज़दूर आगे नहीं बढ़े। घण्टों के इन्तज़ार के बाद मज़दूर फिर चलने को तैयार हो गए.. पूछने पर मज़दूरों में से एक ने बताया कि उनके इस तरह रुक जाने का कारण क्या था..

आप जानना चाहते हैं..? अगर आप अब भी पढ़ रहे हैं तो मैं मान लेता हूँ कि आप ज़रूर जानना चाहते हैं..


मज़दूर ने बताया कि वे बहुत तेज़ चल रहे थे.. इतना तेज़ कि उनकी आत्माएं पीछे छूट गई थीं।

हम अक्सर जीवन में इतना तेज़ दौड़ते हैं कि हमारी आत्मा पीछे छूट ही नहीं जाती.. खो जाती है।

मिकेलएंजेलो अन्तोनियोनी की फ़िल्म 'बियॉन्ड द क्लाउड्स' में एक चरित्र के मुख से सुनाई गई कथा।

#यह तथ्यत: ग़लत है। इंका सभ्यता का सम्बन्ध पेरू के पर्वतों से हैं.. मेक्सिको में माया सभ्यता के अवशेष हैं।
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